बैठक में यह निर्णय लिया गया कि केवल बेदाग और मेरिट के आधार पर आने वाले अफसरों को यह लाभ मिलेगा। इसके साथ ही, 12 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले पीसीएस अधिकारियों को भी 6,600 रुपये के स्थान पर 7,600 रुपये ग्रेड पे देने का प्रस्ताव पास किया गया है।
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बैठक में यह भी तय हुआ कि 2011 और 2012 बैच के पीसीएस अधिकारियों को 12 साल की सेवा पूरी करने पर 7,600 रुपये ग्रेड पे दिया जाएगा। 2011 बैच में कुल 22 अधिकारी हैं, जबकि 2012 बैच में 47 पीसीएस अधिकारी हैं। यह प्रस्ताव नियुक्ति विभाग द्वारा रखा गया था, जिसे मंजूरी दे दी गई है।
✜ IPS हिमांशु कुमार बनेंगे डीआईजी
दूसरी तरफ, 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार के लिए भी राहत की खबर है। मणिपुर में प्रतिनियुक्ति पर तैनात हिमांशु कुमार को विभागीय जांच में भ्रष्टाचार के आरोपों से दोषमुक्त कर दिया गया है। इससे पहले विजिलेंस जांच में भी उन्हें निर्दोष पाया गया था।
हिमांशु पर 2020 में गौतमबुद्धनगर के तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने अन्य अधिकारियों के साथ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने पत्रकारों और बिल्डरों से पैसे लेकर तबादले कराने के आरोप लगाए थे। हालांकि, पांच साल चली जांच के बाद अब हिमांशु कुमार को दोषमुक्त कर दिया गया है।
✜ डीआईजी पद पर जल्द होगी नियुक्ति
गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हिमांशु की फाइल अब पंचम तल से गृह विभाग को भेज दी गई है। इसके साथ ही उनके डीआईजी बनने का रास्ता साफ हो गया है। विभागीय जांच की वजह से उनकी पदोन्नति रुकी हुई थी, लेकिन अब जल्द ही उन्हें डीआईजी के पद पर प्रमोशन दिया जाएगा।
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मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने स्पष्ट किया है कि प्रमोशन के दौरान केवल उन्हीं अधिकारियों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनका ट्रैक रिकॉर्ड पूरी तरह साफ है। यह फैसला प्रदेश में प्रशासनिक सुधारों की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
यूपी में प्रशासनिक ढांचे को मजबूत बनाने और अफसरों को उनकी योग्यता के अनुसार सम्मानित करने के लिए यह प्रमोशन प्रक्रिया महत्वपूर्ण है। जहां 2008 बैच के पीसीएस अधिकारियों को आईएएस बनने का मौका मिलेगा, वहीं 2011 और 2012 बैच के अधिकारियों के लिए भी ग्रेड पे में बढ़ोतरी प्रशासनिक सुधारों की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।