डोनाल्ड ट्रम्प ऐतिहासिक वापसी करते हुए 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति बने, हैरिस को हराया।

Donald Trump makes a historic comeback to become the 47th US President, defeating Harris | Roglance News

डोनाल्ड ट्रम्प 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने न केवल लोकप्रिय वोट जीते हैं, बल्कि 270 से अधिक इलेक्टोरल वोट भी हासिल कर लिए हैं, जो किसी भी उम्मीदवार के राष्ट्रपति बनने के लिए आवश्यक होते हैं। बुधवार को अमेरिकी मीडिया हाउसों ने ट्रम्प को विजेता घोषित किया, भले ही कुछ राज्यों में वोटों की गिनती अभी भी चल रही थी। ट्रम्प ने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की तुलना में अधिक लोकप्रिय वोट हासिल किए हैं, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, ट्रम्प ने आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए आवश्यक 270 इलेक्टोरल वोट प्राप्त कर लिए हैं, जिससे उनके राष्ट्रपति बनने की राह पूरी तरह साफ हो गई है।


✲  ट्रम्प का राष्ट्र को "ठीक" करने का संकल्प

जीत का दावा करते हुए, डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने भाषण में अमेरिका को "ठीक" करने का संकल्प लिया। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि वह अमेरिका में एक "स्वर्ण युग" लाने का वादा करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह उनकी प्राथमिकता होगी कि राष्ट्र को नई ऊँचाइयों पर ले जाएं और सभी अमेरिकियों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करें।

ट्रम्प ने तीन महत्वपूर्ण स्विंग राज्यों - पेंसिल्वेनिया, उत्तरी कैरोलिना और जॉर्जिया में जीत दर्ज की है, जिसने उन्हें 270 इलेक्टोरल वोट तक पहुंचने में मदद की। स्विंग राज्य चुनाव में निर्णायक होते हैं, क्योंकि इन राज्यों में कभी रिपब्लिकन तो कभी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार को समर्थन मिलता है। इसके अलावा, ट्रम्प ने फ्लोरिडा, टेक्सास, ओहियो और नेब्रास्का के तीसरे कांग्रेसनल जिले में भी जीत दर्ज की है, जिसने उनकी स्थिति को और मजबूत किया।

✲  कमला हैरिस का ऐतिहासिक प्रयास

दूसरी ओर, कमला हैरिस ने वर्जीनिया और हवाई में जीत हासिल की है, जो कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क और इलिनोइस जैसे डेमोक्रेटिक गढ़ों के साथ उनकी जीत में शामिल हैं। अगर हैरिस जीततीं तो वह अमेरिका की पहली महिला, पहली अश्वेत महिला और दक्षिण एशियाई मूल की पहली व्यक्ति होतीं जो उपराष्ट्रपति बनतीं, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि होती।


यह चुनाव ऐतिहासिक रूप से कड़ी टक्कर वाला रहा है। कुल 538 इलेक्टोरल वोट दांव पर हैं, जिनमें से 270 जीतने के लिए आवश्यक होते हैं। स्विंग राज्यों की महत्वपूर्ण भूमिका इस चुनाव में एक बार फिर साबित हुई है।