सीबीएसई के शेड्यूल के अनुसार अंतिम तिथि के बाद परीक्षा फॉर्म भरने के लिए विलंब शुल्क का भुगतान करना होगा। 15 अक्तूबर तक विलंब शुल्क के साथ परीक्षा फॉर्म को भरा जा सकता है। बोर्ड की तरफ से पहले से ही स्पष्ट कर दिया गया है कि किसी भी परिस्थिति में अंतिम तिथि को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। स्कूलों को नोटिस दिया गया है कि वह जल्दबाजी में छात्रों का ब्यौरा भरने में किसी प्रकार की गलती ना करें। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज की ओर से नोटिस जारी कर कहा है कि स्कूल इस बात को सुनिश्चित करें कि शेड्यूल के अनुसार ही लिस्ट ऑफ कैंडिडेट की प्रक्रिया पूरी हो जाए।
✲ 15 फरवरी से बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो सकती हैं
इस बार की तरह ही अगले साल की बोर्ड की दसवीं व बारहवीं की परीक्षाएं 15 फरवरी, 2025 से शुरू होनी है। ऐसे में बोर्ड को स्कूलों से तय समय में छात्रों का सही ब्यौरा, छात्रों को स्कूल की तरह ऑफर किए गए विषयों की जानकारी मिलना जरूरी है। जिससे कि बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को शुरू कर सके। प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी भी कई स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने अब तक परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया को पूरा नहीं किया है। कौन से छात्र दसवीं व बारहवीं में बैठेंगे या नहीं इसकी जानकारी भी जमा नहीं की है। यह जानकारी जमा नहीं करने से बोर्ड को परीक्षा का आयोजन कराने में समस्या हो सकती है। इससे बोर्ड को प्रश्न पत्र तैयार करने में भी समस्याएं हो सकती है।
✲ इस बार परीक्षा में शामिल होंगे 75,623 परीक्षार्थी
यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन की तिथि निकल चुकी है। इस बार जिले से 75 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। इनमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के संस्थागत और व्यक्तिगत परीक्षा देने वाले छात्र- छात्रा शामिल हैं। वहीं, दूसरी ओर परीक्षा केंद्र बनाने के लिए डीआईओएस कार्यालय में तैयारी शुरू कर दी है।
यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन भरने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इसके तहत जिले के सभी 510 विद्यालयों से संस्थागत और व्यक्तिगत परीक्षा के लिए 75 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन फार्म भरे हैं। इनमें हाईस्कूल में संस्थागत 37742 और इंटरमीडिएट के 37245 विद्यार्थी शामिल होंगे। व्यक्तिगत परीक्षा देने के लिए हाईस्कूल में करीब सिर्फ 28 और इंटरमीडिएट में 608 छात्र छात्राओं ने आवेदन किया है। इस समय बोर्ड परीक्षा के लिए बनाए जाने वाले केंद्रों पर काम चल रहा है।
आवेदन में सुधार का दिया गया मौका डीआईओएस धीरेंद्र कुमार ने बताया कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों के आवेदन पत्र जमा हो चुके हैं। अब यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों के आवेदन पत्र में सुधार के लिए सुधार के लिए एक मौका दिया गया है। बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर परीक्षार्थी एक बार अपना आवेदन पत्र ठीक से देख लें, यदि उसमें कुछ सुधार करना है, तो इसमें नीचे बताए गए चरणों को फॉलो कर आवेदन पत्र में सुधार कर सकते हैं। यूपी बोर्ड ने इस कार्य के लिए 5 अक्तूबर तक का समय दिया है।
✲ 5 लाख छात्रों के बदले जाएंगे पिन नंबर
फिरोजाबाद जनपद के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले करीब पांच लाख छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। यह आईडी 12 अंकों में निर्धारित होगी। अब पिन नंबर की जगह इस आईडी में विद्यार्थियों का पूरा डाटा अपलोड किया जाएगा। इस आईडी से विद्यार्थियों की शिक्षा प्रगति पर निगाहें रहेंगी।
प्रवेश में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए परमानेंट एजुकेशन (पिन) की व्यवस्था की गई थी। लेकिन अब पिन नंबर के बजाय अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) आईडी तैयार की जाएगी। यह एक आईडी पूरे देश में एक ही छात्र को दी जाएगी। यानि आधार कार्ड की तरह अपार आईडी कार्ड को तैयार किया जाएगा।
इसमें छात्र का नाम नाम, पता, जन्मतिथि, फोटो के साथ शैक्षिक योग्यता, खेलकूद की गतिविधियां, स्कॉलरशिप, पुरस्कारों की सभी जानकारी ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। इसका उपयोग कर छात्र डिजीटल लॉकर की तरह अपने अभिलेखों को सुरक्षित भी रख सकेंगे।