मैच के पहले दिन भारतीय टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इस फैसले ने टीम को पहले ही दिन मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने सतर्क शुरुआत की, लेकिन फिर धीरे-धीरे गति पकड़ते हुए टीम के स्कोर को मजबूती प्रदान की। कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पहले विकेट के लिए अच्छी साझेदारी की और टीम को ठोस आधार दिया। लेकिन दिन के अंत तक, भारतीय टीम ने कुछ महत्वपूर्ण विकेट गंवाए, जिसके बाद मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर दबाव आ गया था।
✲ अश्विन और जडेजा का शानदार प्रदर्शन
मैच के दौरान सबसे बड़ा आकर्षण आर अश्विन का प्रदर्शन रहा। बल्ले से योगदान देने के बाद, अश्विन ने गेंदबाजी में भी अपनी जादुई फॉर्म दिखाई। उन्होंने अपनी विविधतापूर्ण गेंदबाजी से बांग्लादेश के बल्लेबाजों को पूरी तरह से उलझा कर रखा। अश्विन ने टेस्ट मैच की दूसरी पारी में छह विकेट झटके, जिससे बांग्लादेश की टीम सिर्फ 234 रनों पर सिमट गई। यह अश्विन का टेस्ट क्रिकेट में एक और यादगार प्रदर्शन था, जो भारतीय टीम की सफलता का प्रमुख कारण बना।
रविंद्र जडेजा ने भी इस जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने तीन विकेट लेकर बांग्लादेश के मध्यक्रम और निचले क्रम के बल्लेबाजों को टिकने नहीं दिया। जडेजा की गेंदबाजी में सटीकता और निरंतरता ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों को किसी भी तरह का मौका नहीं दिया, जिससे भारतीय टीम की जीत की राह और भी आसान हो गई। उनके साथ अश्विन की साझेदारी ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों के लिए खेल को बेहद मुश्किल बना दिया।
✲ बांग्लादेश की संघर्षशील बल्लेबाजी
बांग्लादेशी टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती भारतीय गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना था। हालांकि, बांग्लादेशी कप्तान नजमुल हुसैन शंटो ने 82 रनों की शानदार पारी खेलकर कुछ देर के लिए उम्मीदें जगाईं, लेकिन उन्हें किसी और बल्लेबाज का साथ नहीं मिला। शंटो के अलावा बांग्लादेश की पूरी टीम संघर्ष करती नजर आई। शाकिब अल हसन और लिटन दास जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी बड़ी पारियां खेलने में नाकाम रहे, जिससे बांग्लादेश की टीम बड़ा स्कोर नहीं बना सकी और भारी अंतर से हार गई।
नजमुल हुसैन शंटो ने अपनी पारी में आठ चौके और तीन छक्के जड़े और भारतीय गेंदबाजों को कुछ देर के लिए परेशान किया। लेकिन दूसरे छोर से उन्हें कोई स्थिर समर्थन नहीं मिला, जिससे उनकी पारी बेमानी साबित हुई। शंटो की यह पारी दर्शाती है कि बांग्लादेश के पास प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन टीम को अपने बाकी खिलाड़ियों से भी निरंतरता की उम्मीद करनी होगी। शंटो के आउट होने के बाद बांग्लादेश की टीम पूरी तरह से ढह गई और जल्दी-जल्दी विकेट गिरने लगे।
भारतीय क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में 280 रनों से जीत दर्ज कर अपने कौशल और ताकत का शानदार प्रदर्शन किया। अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने भारतीय टीम की जीत को सुनिश्चित किया, जबकि बांग्लादेशी बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए। अब सभी की निगाहें कानपुर में होने वाले दूसरे टेस्ट पर होंगी, जहां भारतीय टीम सीरीज पर कब्जा करने के इरादे से उतरेगी।