शिकोहाबाद: दो भाइयों की फोटो को अश्लील बना कर ब्लैकमेल किया गया।


वर्तमान डिजिटल युग में, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हॉट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर व्यक्तिगत और पारिवारिक तस्वीरें साझा करना आम बात हो गई है। हालांकि, यह सुविधा जहां एक ओर रिश्तेदारों और मित्रों से जुड़े रहने का एक अच्छा तरीका है, वहीं दूसरी ओर यह साइबर अपराधियों के लिए भी एक आकर्षक लक्ष्य बन गई है। इस लेख में हम एक ऐसे अपराध की कहानी प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसमें साइबर अपराधियों ने शातिर तरीके से सोशल मीडिया अकाउंट्स को हैक कर अश्लील फोटो बनाकर लोगों को ठगा है।

शहर के आवास विकास कॉलोनी निवासी दो भाइयों का हाल ही में साइबर अपराधियों के शिकार होने का मामला सामने आया है। इन दोनों भाइयों के व्हॉट्सएप अकाउंट को हैक कर, उनकी तस्वीरों का दुरुपयोग किया गया। अपराधियों ने इनकी फोटो को एक महिला के साथ जोड़कर अश्लील फोटो तैयार किया और व्हॉट्सएप पर भेज दिया। इन फोटो को देखकर दोनों भाइयों के होश उड़ गए। इस घटना ने न केवल उनके निजी जीवन को प्रभावित किया, बल्कि उन्हें मानसिक तनाव भी झेलना पड़ा।

इस बीच, युवक के मोबाइल पर बांग्लादेश, पाकिस्तान और अन्य देशों से हैकरों के फोन आने लगे। ये अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधी पीड़ितों पर दवाब बनाने के लिए लगातार संपर्क में थे। इन फोन कॉल्स के माध्यम से अपराधी पीड़ितों को धमकियां दे रहे थे और पैसे की मांग कर रहे थे।

✲  पुलिस और साइबर सैल की कार्रवाई 

दोनों भाइयों ने तुरंत ही अपने परिवार के अन्य सदस्यों को इस घटना के बारे में बताया। उनके पिता ने तुरंत पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत दर्ज करवाई। इस दौरान अपराधियों ने परिवार को धमकी देना शुरू कर दिया कि वे इन अश्लील फोटो को वायरल कर देंगे, अगर उनसे पैसे नहीं दिए गए। इस धमकी ने पूरे परिवार को एक नई समस्या में डाल दिया।


मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने तुरंत ही साइबर सेल को मामले की जानकारी दी। साइबर सेल की टीम ने सबसे पहले आईपी एड्रेस निकालने की प्रक्रिया शुरू की। आईपी एड्रेस के माध्यम से उन्होंने अमेरिका की कैलिफ़ोर्निया स्थित व्हॉट्सएप कंपनी से संपर्क किया और मामले की गंभीरता को बताया। साइबर सेल की टीम ने मामले की जांच के लिए विशेष तकनीकी साधनों का उपयोग किया। उन्होंने आईपी एड्रेस की मदद से अपराधियों की पहचान करने की कोशिश की। इसके साथ ही, उन्होंने व्हॉट्सएप कंपनी से अपराधियों के अकाउंट की जानकारी मांगी और उन्हें बंद करने के लिए अनुरोध किया।

✲  साइबर क्राइम से बचाने के उपाय

इस घटना से यह स्पष्ट हो जाता है कि साइबर अपराधी कितने शातिर हो सकते हैं और आपके सोशल मीडिया अकाउंट्स को कितनी आसानी से निशाना बना सकते हैं। इसलिए, यह आवश्यक है कि आप अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स को नियमित रूप से अपडेट करें और अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें।

1. प्राइवसी सेटिंग्स: अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग्स को सही से सेट करें ताकि केवल आपके करीबी ही आपकी तस्वीरें और जानकारी देख सकें।

2. मजबूत पासवर्ड: अपने अकाउंट्स के लिए मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करें और समय-समय पर उसे बदलते रहें।

3. दो-चरणीय प्रमाणीकरण: यदि संभव हो तो अपने अकाउंट्स पर दो-चरणीय प्रमाणीकरण (2FA) को सक्षम करें। यह आपके अकाउंट को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।

4. संदेहजनक लिंक और संदेशों से सावधान रहें: किसी भी अज्ञात या संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें और संदिग्ध संदेशों को तुरंत रिपोर्ट करें।

5. साइबर सुरक्षा शिक्षा: साइबर सुरक्षा से संबंधित नियमित रूप से अपडेट प्राप्त करें और अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी इसके प्रति जागरूक करें।

साइबर अपराध का यह मामला एक गंभीर चेतावनी है कि सोशल मीडिया पर हमारी व्यक्तिगत जानकारी कितनी असुरक्षित हो सकती है। अपराधियों की चालाकी और तकनीकी कुशलता ने इस घटना को अंजाम दिया, और यह हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम अपनी डिजिटल सुरक्षा को कैसे सुनिश्चित करें। हमेशा सतर्क रहें, अपनी प्राइवेसी को महत्व दें, और साइबर अपराधियों के खिलाफ सतर्क रहने के लिए आवश्यक उपाय अपनाएं। यह केवल आपकी सुरक्षा के लिए ही नहीं, बल्कि आपके परिवार और प्रियजनों की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।