जसराना में शुक्रवार को एक विशेष और महत्वपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसमें वंश कोचिंग सेंटर के छात्र-छात्राओं ने कैंडल मार्च निकाला। इस मार्च का उद्देश्य आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज (कोलकाता) में हाल ही में हुई एक दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करना और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग करना था।
छात्र-छात्राओं ने इस मार्च की शुरुआत अपने कोचिंग स्थल से की, जहाँ से वे मोमबत्तियाँ जलाते हुए पुरानी मंडी तक पहुंचे। इस पूरे मार्ग पर विद्यार्थियों ने नारेबाजी करते हुए अपने आक्रोश और दुख को व्यक्त किया। उन्होंने इस घटना के जिम्मेदार व्यक्तियों को सख्त से सख्त सजा, विशेष रूप से फांसी की सजा देने की मांग की।
✲ कैंडल मार्च द्वारा न्याय की मांग
इस कैंडल मार्च का नेतृत्व वंश कोचिंग सेन्टर के संचालक सचिन चौहान ने किया, इस दौरान उन्होंने कहा, "जब तक आरोपियों को फांसी नहीं दी जाती, तब तक पीड़िता की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।" उनका यह बयान स्पष्ट रूप से उस आक्रोश और दुख को व्यक्त करता है जो इस घटना के बाद लोगों के मन में व्याप्त है। सचिन चौहान ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
कैंडल मार्च के दौरान छात्र-छात्राएं शांतिपूर्ण तरीके से, हाथों में जलती हुई मोमबत्तियां लेकर, न्याय की गुहार लगाते हुए आगे बढ़े। उनका संकल्प और दृढ़ निश्चय साफ़ झलक रहा था। कैंडल मार्च के माध्यम से उन्होंने समाज में महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा और अपराधों के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की और न्याय की मांग की।
✲ वंश कोचिंग के छात्रों ने समाज को एक नई दिशा दी
जसराना में आयोजित कैंडल मार्च ने न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह मार्च समाज को जागरूक करने, महिलाओं की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील बनाने और न्याय की मांग के लिए संगठित होने का एक प्रयास था। इस मार्च ने समाज को यह संदेश दिया कि अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना हमारा कर्तव्य है और हमें इस संघर्ष में एकजुट रहना होगा। न्याय की स्थापना केवल एक दिन का काम नहीं है, बल्कि यह एक निरंतर प्रक्रिया है, जिसमें समाज के हर व्यक्ति की भागीदारी आवश्यक है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम इस संघर्ष को सही दिशा में ले जाएं और न्याय की जीत सुनिश्चित करें।
✲ छात्रों द्वारा जागरूकता फैलाने की कोशिश
इस कैंडल मार्च में छात्र-छात्राओं की भागीदारी ने यह साबित कर दिया कि समाज में न्याय की मांग के लिए युवा वर्ग की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। छात्र-छात्राओं ने यह संदेश दिया कि वे किसी भी अन्याय के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे और समाज में न्याय की स्थापना के लिए हमेशा खड़े रहेंगे।
कैंडल मार्च का मुख्य उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करना था। इस मार्च के माध्यम से, छात्र-छात्राओं ने समाज को यह संदेश देने की कोशिश की कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को अब और सहन नहीं किया जाएगा और दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
जसराना में वंश कोचिंग सेन्टर के छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित कैंडल मार्च ने समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। यह मार्च केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि एक ऐसी भावना की अभिव्यक्ति थी जो न्याय की मांग और महिलाओं की सुरक्षा के लिए जागरूकता फैलाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम था। उम्मीद है कि इस मार्च के बाद, प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगा और न्याय की जीत होगी।