रिपोर्ट्स के अनुसार, Microsoft के एक अपडेट ने विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम उपयोगकर्ताओं के बीच व्यापक समस्याएं पैदा की। यह समस्या मुख्य रूप से उन कंप्यूटरों में आई, जो Microsoft की क्लाउड सेवा का उपयोग कर रहे थे और जिनमें CrowdStrike का फायरवॉल सिस्टम लागू था। इस गड़बड़ी के कारण लाखों कंप्यूटर ठप हो गए, जिससे हजारों उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और कई ऑनलाइन सेवाओं पर भी असर पड़ा।
Microsoft और CrowdStrike ने तुरंत समस्या का समाधान निकालने के लिए कदम उठाए। प्रभावित कंप्यूटरों के लिए अपडेट को हटा लिया गया और तकनीकी खामी का समाधान कर दिया गया। Microsoft ने अपने ग्राहकों को नवीनतम अपडेट और सहायता प्रदान करने के लिए अपने पोर्टल और वेबसाइट का उपयोग किया।
✲ इंडिगो एयरलाइंस ने 200 उड़ाने रद्द की
इस तकनीकी खामी के कारण भारत में मुख्य रूप से विमान सेवाओं पर भारी असर पड़ा। इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा, विस्तारा जैसी सभी प्रमुख एयरलाइंस की ऑनलाइन चेक-इन सेवाएं बाधित हो गईं। एयरपोर्ट्स पर चेक-इन काउंटरों पर लंबी कतारें लग गईं और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अकेले इंडिगो ने 200 उड़ानें रद्द करने की सूचना दी। यात्रियों को बोर्डिंग पास हाथ से बनाने पड़े, जिससे उड़ानों में देरी हुई।
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस घटना का भारतीय बैंकिंग, भुगतान और बाजार प्रणाली पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है। हालांकि, आरबीआई ने कहा कि कुछ बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के कामकाज में मामूली प्रभाव पड़ा है। भारतीय स्टेट बैंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज जैसे प्रमुख वित्तीय संस्थानों ने अपने सिस्टम पर किसी भी प्रकार के प्रभाव से इनकार किया हैं।
मीडिया और प्रसारण सेवाओं पर भी इस घटना का असर पड़ा। कई मीडिया कंपनियों को अपने प्रसारण रोकने पड़े। तकनीकी खामी के कारण उन्हें अपने नियमित कार्यक्रमों को संचालित करने में दिक्कतें आईं। यह घटना दर्शाती है कि कैसे तकनीकी गड़बड़ी एक बड़े पैमाने पर प्रभाव डाल सकती है और दैनिक जीवन को बाधित कर सकती है।
✲ साइबर सुरक्षा: कंप्यूटरों को अपडेट से हटाया
CrowdStrike के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉर्ज कुर्ट्ज ने स्पष्ट किया कि यह घटना किसी साइबर हमले या सुरक्षा सेंध की वजह से नहीं हुई है। यह तकनीकी खामी थी जो कि एक अपडेट के दौरान उत्पन्न हुई। उन्होंने ग्राहकों को सलाह दी कि किसी भी समस्या के मामले में वे आधिकारिक तरीकों से CrowdStrike प्रतिनिधियों से संपर्क करें। Microsoft ने भी इस घटना की पुष्टि की और बताया कि ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (बीएसओडी) समस्या के कारण कंप्यूटरों को रीस्टार्टिंग लूप में फंसने की स्थिति उत्पन्न हुई थी।
इस घटना ने स्पष्ट किया कि कैसे एक छोटी सी तकनीकी खामी वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने पर प्रभाव डाल सकती है। डिजिटल युग में, कंपनियों को अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है और किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या का त्वरित समाधान निकालने के लिए तत्पर रहना चाहिए। इस घटना ने यह भी दर्शाया कि विभिन्न सेवाओं के बीच आपसी निर्भरता कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है और किसी एक सेवा की विफलता कैसे व्यापक प्रभाव डाल सकती है।
Microsoft की इस तकनीकी खामी ने वैश्विक स्तर पर भारी उथल-पुथल मचाई और कई महत्वपूर्ण सेवाओं को प्रभावित किया। हालांकि, त्वरित प्रतिक्रिया और समस्या के समाधान के चलते स्थिति को संभाला जा सका। इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया कि तकनीकी कमियों से निपटने के लिए सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया कितनी महत्वपूर्ण है। भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए कंपनियों को और अधिक तैयार रहना होगा और अपने सुरक्षा उपायों को और सुदृढ़ बनाना होगा।