दिल्ली की तपती भीषण गर्मी में संगम विहार के लोग जल संकट से जूझ रहे है। हर सात से नौ दिनों में ही जल बोर्ड के टैंकर पानी लेकर आते है। जिससे लोगो की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। नई दिल्ली के संगम विहार इलाके में निरंतर पेयजल संकट बना हुआ है। इस बार स्थिति असहनीय हो गई है। भीषण गर्मी में सिर्फ दिल्ली जल बोर्ड के टैंकरों से पानी मिलना मुश्किल हो गया है, बल्कि बाजार में भी पानी मिलना बंद हो गया है। लोगो की दिनचर्या पानी की व्यवस्था और उसे कहा से लाए इसी सोच में बीत जाती है।
संगम विहार की गलियों में टैंकरों के आने का इंतजार करते लोगो की भीड़ नजर आती है। स्थानीय निवासी संतरा ने बताया कि जल बोर्ड के टैंकर सात से नौ दिन में आते हैं, और उनसे बहुत ही कम पानी मिलता है जो चार-पांच दिन में खत्म हो जाता है। इसके बाद लोग निजी टैंकर मंगवाते हैं, लेकिन अब निजी टैंकर भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।
संगम विहार के बी ब्लॉक निवासी प्रदीप ने बताया कि तीन साल पहले दिल्ली जल बोर्ड ने पाइप लाइन डाली थी, लेकिन इस आज तक चालू नहीं किया गया है। पाइप लाइन में पानी छोड़ने या लोगो के घरों में कनेक्शन देने की कोई पहल नहीं की गई है। इस तरह दिल्ली जल बोर्ड ने उनके साथ मजाक कर रखा है। आरपी सिंह के मुताबिक, कॉलोनी के निवासियों ने वर्षों पहले अपनी व्यवस्था से पाइप लाइन डालकर उसे मुख्य पाइप लाइन से जोड़ा था। लेकिन अब इस पाइप लाइन में भी पानी आना बंद हो गया है।
✲ पानी की किल्लत और चोरी पर पुलिस की कार्रवाई
पानी की किल्लत ने लोगो को कई तरह से प्रभावित किया है। कुछ लोगो ने पानी की चिकित्सक से परेशान होकर अपने मकान बेच दिए हैं, जबकि कई लोग इस वक्त ग्राहक की तलाश कर रहे है। स्थानीय निवासी आनंद कुमार का कहना है की दिक्कत साल भर रहती है, लेकिन इस बार की गर्मी ने सारी हदें पार कर दी है। बाजार तक में भी पानी मुश्किल हो गया है। जल संकट की वजह से लोगो की दिनचर्या भी बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। मुमताज ने बताया कि शुक्रवार को टैंकर आने के कारण उन्हें उन्हें हफ्ते भर के पानी का इंतजाम करना था। इस चक्कर में दोपहर की नमाज भी नहीं अदा कर सके।
बाहरी उत्तरी जिला पुलिस ने मुनक नहर से पानी चोरी करने के आरोप में दो टैंकर जब्त किए हैं। टैंकर के चालक फरार हो गए हैं। दिल्ली में जल संकट बढ़ने के बाद टैंकर माफिया की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस की तैनाती की गई है। पुलिस नहर पर गश्त कर रही है और नहर के 15 किलोमीटर के हिस्से में गश्त के लिए 56 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
✲ राजनीतिक प्रतिक्रिया, BJP ने पेयजल पर सवाल किए
कांग्रेस ने पेयजल संकट के मामले में आप और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरने का अभियान शुरू कर दिया है। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्चना लांबा ने कहा कि मुख्यमंत्री के जेल में बंद होने पर सरकार नहीं चलाई जा सकती। उन्होंने पेयजल संकट पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने जल रिसाव और चोरी में हुए घोटाले को लेकर जांच की मांग की है। वहीं, भाजपा ने जल मंत्री आतिशी की ओर से जारी किए गए आंकड़ों पर सवाल उठाए हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मामूली सी गिरावट पर गंभीर पेयजल संकट नहीं हो सकता और जल मंत्री पाइप लाइनों में रिसाव को ठीक करने और टैंकर माफिया की पानी चोरी को रोकने के बजाय फर्जी आंकड़े जारी कर दिल्लीवासियों को गुमराह करने की कोशिश कर रही हैं।
पानी की इस गंभीर समस्या का समाधान निकालने के लिए कई कदम उठाने की आवश्यकता है। सबसे पहले जल बोर्ड को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करना होगा। पाइप लाइनों की मरम्मत और टैंकर माफिया की गतिविधियों पर रोक लगानी होगी। इसके साथ ही जल संरक्षण और पुनर्चक्रण के उपायों को भी बढ़ावा देना होगा। लोगों को जल संरक्षण के महत्व को समझाना और उन्हें इसके लिए प्रेरित करना होगा। संगम विहार जैसे क्षेत्रों में जल संकट के समाधान के लिए सरकार, जल बोर्ड और स्थानीय लोगों को मिलकर काम करना होगा।
दिल्ली में पेयजल संकट गंभीर समस्या बन चुकी है। संगम विहार के लोग इस समस्या से बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। जल बोर्ड की असफलता, टैंकर माफिया की गतिविधियां और राजनीतिक खींचतान ने समस्या को और भी जटिल बना दिया है। समाधान के लिए सभी संबंधित पक्षों को मिलकर प्रयास करने होंगे ताकि लोगों को राहत मिल सके और जल संकट का स्थायी समाधान निकल सके।
संगम विहार के लोग उम्मीद करते हैं कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द निकलेगा। उन्हें उम्मीद है कि जल बोर्ड और सरकार उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेकर समाधान की दिशा में कदम उठाएंगे। जल संकट के इस दौर में संगम विहार के लोग अपनी उम्मीदों को बनाए हुए हैं और बेहतर भविष्य की आशा कर रहे हैं
इस प्रकार, संगम विहार के जल संकट की गंभीरता को समझते हुए सभी संबंधित पक्षों को मिलकर समाधान निकालने की दिशा में प्रयास करने होंगे। संगम विहार के लोग भी उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द निकलेगा और उन्हें राहत मिलेगी। जल संकट का स्थायी समाधान निकालने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा और जल संरक्षण के उपायों को बढ़ावा देना होगा।