पुलिसकर्मी बनकर लोगों से लूट और ठगी की घटनाओं को अंजाम देने वाले ईरानी गैंग के तीन शातिर सदस्यों को स्वॉट टीम ने गिरफ्तार किया है। रविवार को एसपी ने प्रेसवार्ता कर बताया कि ये अपराधी कई राज्यों में वारदात अंजाम दे चुके हैं। उनके कब्जे से दो हाईस्पीड बाइक, फर्जी आईडी कार्ड, नकदी, लूटी गई अंगूठी आदि बरामद हुए हैं। बदमाशों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है।
कोतवाली क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व आगरा रोड रामलीला मैदान निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक रमेश चंद्र मिश्रा से पुलिसकर्मी बनकर बाइक सवार तीन बदमाशों ने अंगूठी और सोने की चेन लूट ली थी। मुकदमा दर्ज करने के बाद स्वॉट टीम प्रभारी कुलदीप दीक्षित को खुलासे में लगाया गया था। शनिवार को स्वॉट टीम प्रभारी कुलदीप, राधेश्याम यादव को सूचना मिली कि सेवानिवृत्त शिक्षक से लूट करने वाले घिरोर से शहर की ओर आ रहे हैं।
✲ पकड़ में आए बदमाश, लूट और ठगी का तरीका
एसपी विनोद कुमार ने बताया कि सूचना पर टीम ने सिंधिया तिराहा के पास चेकिंग शुरू कर दी। दो बाइकों पर तीन बदमाशों को आता देख जब रुकने का इशारा किया तो वे लोग बाइक मोड़कर भागने लगे। पीछा कर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया और थाने लाकर पूछताछ की। पूछताछ में बदमाशों ने अपने नाम मोहम्मद सैय्यद निवासी हरी मजार इटाना कालौनी थाना हनुमान गंज भोपाल, मध्य प्रदेश, मोहम्मद अली निवासी संजय नगर कालोनी रेलवे स्टेशन थाना हनुमान गंज भोपाल, हैदर जब्बार जाफरी निवासी वेदान पार्क स्वामी विवेकानंद नगर थाना वासिन रेलवे रोड थाणे महाराष्ट्र बताया। उनके कब्जे से लूट व लूटे गए जेवर बिक्री के 22,500 रुपये, एक अंगूठी, दो बाइक, पुलिस और प्रेस के फर्जी कार्ड बरामद हुए।
सपी विनोद कुमार ने बताया कि पकड़े गए बदमाश ईरानी गैंग के सदस्य हैं। ये लोग अपने साथ कई बाइकर्स रखते हैं और कुछ लोग कार में सवार होकर जाते हैं। भीड़भाड़ वाले इलाके में नकली पुलिस कर्मी, प्रेसकर्मी, सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों से ठगी आदि की वारदात अंजाम देते हैं। जेवर पहने महिला या पुरुष को पास बुलाकर चेकिंग लूट आदि का भय दिखाकर जेवर हड़प लेते हैं।
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान बदमाशों ने बताया कि वे लोग चेकिंग आदि का बहाना बनाकर धोखाधड़ी से पहने जेवर, रुपये निकलवाकर लिफाफे में रखने का स्वांग कर ठगी करते हैं। इसके साथ ही झपट्टा मारकर लूट की वारदात भी अंजाम देते हैं। मई में उन्हीं लोगों ने सेवानिवृत्त शिक्षक से लूट की वारदात अंजाम दी थी।
एसपी राहुल मिठास ने बताया कि पकड़े गए ईरानी गैंग के सदस्य सिर्फ मैनपुरी या यूपी के शहरों तक ही सीमित नहीं हैं। ये लोग महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार आदि राज्यों में भी पुलिसकर्मी बनकर ठगी आदि की घटनाएं अंजाम दे चुके हैं। मोहम्मद सैय्यद के खिलाफ शाहजहांपुर, मुरादाबाद, आगरा, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई आदि के थानों में 10 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
✲ गिरफ्तारी का घटनाक्रम, ठगी की वारदातें
शनिवार को प्राप्त सूचना के आधार पर स्वॉट टीम ने घिरोर से शहर की ओर आ रहे संदिग्धों की तलाशी की योजना बनाई। सिंधिया तिराहा के पास चेकिंग शुरू कर दी गई। दो बाइकों पर आते तीन संदिग्धों को रुकने का इशारा किया गया, परंतु उन्होंने भागने का प्रयास किया। पुलिस ने पीछा कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाशों की तलाशी लेने पर उनके पास से नकदी, जेवर और फर्जी आईडी कार्ड बरामद हुए।
बदमाशों ने पुलिस को बताया कि वे लोग भीड़भाड़ वाले इलाकों में नकली पुलिस अधिकारी, सीबीआई अधिकारी, या प्रेसकर्मी बनकर जाते थे। वहाँ पर लोगों को चेकिंग का बहाना बनाकर रोकते और उनके जेवर, नकदी आदि ठग लेते थे। इनका मुख्य तरीका था लोगों को भय दिखाकर या धोखा देकर उनके कीमती सामानों को लूट लेना। ये लोग बड़े ही चालाकी से अपने आप को असली अधिकारी साबित करते थे, जिससे लोग उनकी बातों में आ जाते थे और आसानी से उन लोगो के शिकार बन जाते थे। ये गैंग बेहद खतरनाक है।
ईरानी गैंग का विस्तार कई राज्यों में फैला हुआ है। इस गैंग के सदस्य अलग-अलग भूमिकाओं में होते हैं। कुछ सदस्य बाइक पर सवार होकर वारदात को अंजाम देते हैं, जबकि कुछ सदस्य कार में सवार होकर भागने का इंतजाम करते हैं। हर सदस्य की अपनी भूमिका होती है और वे मिलकर बड़ी आसानी से लोगों को ठगने में सफल होते हैं। ये लोग पुलिस की वर्दी का गलत उपयोग कर रहे थे, जिससे आम जनता के बीच भी भय और असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो रही थी।
✲ अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद की उचित कार्रवाई
पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण ही इन बदमाशों को पकड़ा जा सका। पुलिस ने सही समय पर सही सूचना के आधार पर कार्रवाई की और बदमाशों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस सफलता से पुलिस को बड़ी राहत मिली है और जनता का विश्वास भी पुलिस पर बना रहेगा। एसपी विनोद कुमार ने बताया कि पुलिस ने इन बदमाशों को पकड़कर एक बड़ी सफलता हासिल की है और आगे भी पुलिस इसी तरह से सतर्क बर्तती रहेगी और काम करती रहेगी।
पुलिस ने बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने उनकी संपत्तियों की भी जांच शुरू कर दी है, ताकि उनके द्वारा अर्जित अवैध संपत्तियों को जब्त किया जा सके। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस गैंग के और कितने सदस्य हैं और वे कहां-कहां सक्रिय हैं। पुलिस उनकी भी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि अपराधियों के मंसूबे कितने खतरनाक हो सकते हैं और वे किस हद तक जाकर लोगों को ठग सकते हैं। लेकिन पुलिस की सतर्कता और सही समय पर कार्रवाई से इन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है और जनता के लिए एक सीख है कि वे सतर्क और जागरूक रहें, ताकि इस तरह की ठगी से बच सकें। पुलिस ने इस घटना से यह संदेश दिया है कि अपराधियों के खिलाफ उनकी कार्रवाई जारी रहेगी और वे जनता की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।