शिकोहाबाद: नहर में नहाने गए दो दोस्तों की डूबने से मौत।

Shikohabad | Roglance News

शिकोहाबाद, उत्तर प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डाल दिया। यह घटना ओमनगर क्षेत्र के थाना लाइनपार में घटित हुई, जहां दो दोस्त, अमन (21) और श्यामवीर (22), नहर में नहाने के दौरान डूब गए। नहर की गहराई में जाने से दोनों दोस्तों की मौत हो गई।

शनिवार को आशीष, जो बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र था, अपनी परीक्षा देने के लिए आया था। परीक्षा समाप्त होने के बाद, उसके दोस्त अमन और श्यामवीर, जो भूड़ा नहर में नहाने के लिए आए थे, ने उसे भी नहर में नहाने के लिए बुलाया। आशीष दोनों दोस्तों से मिलने के लिए नहर के पास गया, लेकिन उसने नहाने से मना कर दिया। अमन और श्यामवीर ने आशीष के मना करने के बावजूद नहर में कूदने का फैसला किया।

नहाते समय दोनों दोस्त नहर की गहराई में चले गए और डूब गए। नहर की गहराई और पानी के तेज बहाव ने उन्हें वापस किनारे आने का मौका नहीं दिया। उनके कपड़े और जूते नहर की पटरी पर रखे मिले। वहां से गुजर रहे अन्य छात्रों ने जब ये कपड़े देखे, तो उन्हें कुछ अनहोनी का आभास हुआ और उन्होंने तुरंत ही घटना की जानकारी परिजनों और पुलिस को दी।

✲  पुलिस और गोताखोरों की कार्यवाही

सूचना मिलते ही पुलिस और परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने तुरंत ही तलाशी अभियान शुरू किया। पुलिस ने कुछ देर की तलाश के बाद अमन का शव बरामद कर लिया। वहीं, श्यामवीर का शव पीएसी के गोताखोरों ने काफी मशक्कत के बाद गांव छीछामई के पास से शनिवार की शाम को बरामद किया। शव बरामद होने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए दोनों शवों को मेडिकल कॉलेज भेजा।


चार दोस्त नहाने के लिए आए थे। उनके साथ बीएससी का छात्र भी था। दो युवक नहर में डूब गए थे, जबकि तीन युवक मौके से भाग गए थे। दोनों शवों को बरामद कर लिया गया है। – अनिल कुमार सिंह, इंस्पेक्टर, शिकोहाबाद।

इस घटना से दोनों युवकों के परिजन गहरे शोक में डूब गए हैं। एक युवा उम्र में अपने प्रियजनों को खोने का दर्द बयान करना कठिन है। परीक्षा देने आए इन दोस्तों का यह आखिरी मिलन इतना दुखदायी साबित होगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। अमन और श्यामवीर दोनों ही अपने परिवार के लाडले थे और उनकी असामयिक मृत्यु ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है। परिवार के सदस्यों के लिए यह एक बहुत बड़ी क्षति है जिसे भर पाना मुश्किल है।

इस घटना ने शिकोहाबाद और आस-पास के क्षेत्रों में भारी भावनात्मक प्रतिक्रिया उत्पन्न की है। लोग इस हादसे से स्तब्ध हैं और परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने भी इस घटना को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है और प्रशासन से नहरों के पास सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की मांग की है। इस प्रकार की घटनाएं यह याद दिलाती हैं कि सुरक्षा और सतर्कता कितनी महत्वपूर्ण होती है, खासकर जब युवा और बच्चे पानी के नजदीक होते हैं।

प्रशासन ने इस घटना के बाद नहर के आसपास सुरक्षा बढ़ाने और चेतावनी बोर्ड लगाने का निर्णय लिया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। पुलिस और प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे नहर या किसी भी जलस्रोत के पास जाने से पहले पूरी सतर्कता बरतें और बच्चों को अकेले न जाने दें। नहर की गहराई और पानी के तेज बहाव के कारण ऐसी घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए प्रशासन ने नहर के आसपास के क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने का भी निर्णय लिया है।

✲  वृद्ध ने नहर में कूदकर किया आत्महत्या का प्रयास

शिकोहाबाद: पीएसी गोताखोर जब नहर में डूबे हुए युवकों की तलाश कर रहे थे। तभी अचानक आरौंज निवासी वृद्ध राजकुमार ने भूड़ा नहर में कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। नहर में कूदता देख पीएसी गोताखोरों ने तत्काल ही वृद्ध को बाहर निकाल लिया। जिसके बाद पुलिस ने गांव के प्रधान को मौके पर बुलाकर वृद्ध को ग्राम प्रधान के सुपुर्द कर दिया।


यह घटना एक बार फिर से हमारे समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि हमें अपने आसपास की प्राकृतिक खतरों के प्रति सतर्क रहना चाहिए। नहर और नदी में नहाते समय हमें पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए और गहराई के प्रति सावधान रहना चाहिए। ऐसी घटनाएं न केवल परिजनों बल्कि पूरे समाज के लिए एक सबक होती हैं। शिकोहाबाद की इस घटना ने हमें यह भी याद दिलाया कि किसी भी स्थान पर जाने या कोई गतिविधि करने से पहले हमें पूरी जानकारी और सुरक्षा उपायों का ध्यान रखना चाहिए। शायद इस तरह हम भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं से बच सकते हैं।

आखिरकार, यह घटना हमें इस महत्वपूर्ण तथ्य की ओर भी इशारा करती है कि हमें अपने जीवन में सुरक्षा को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए और किसी भी प्रकार के जोखिम से बचना चाहिए। परिवारों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को सुरक्षित व्यवहार और प्राकृतिक खतरों के बारे में जागरूक करें। समुदाय और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा ताकि ऐसे दुखद हादसों से बचा जा सके और एक सुरक्षित और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।