जसराना: एटा-शिकोहाबाद मार्ग पर रात के समय हुई दुर्घटना, दो की मौत।

Jasrana | Roglance News

एटा-शिकोहाबाद मार्ग पर हुआ हादसा, रात के समय हुई दुर्घटना। नवादा के पास एक दुखद घटना में बाइक सवार फूफा और भतीजे की मौत हो गई। हादसे के बाद, परिजनों में चीख-पुकार मच गई। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराया है और मृतक के पुत्र ने अज्ञात बाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

थाना मटसेना के गांव बरामई निवासी मुनेश चंद्र की ससुराल थाना जसराना क्षेत्र के गांव नगला इमलिया पाढ़म में है। वह रविवार शाम को अपनी ससुराल गए थे, जहां से खरीदारी करने के लिए वह अपने साले रामबहादुर के पुत्र देवेश कुमार (26) के साथ जसराना बाजार खरीददारी करने के लिए गए थे। रात को वापस लौटते समय अज्ञात चार पहिया वाहन ने नवादा के पास पप्पू की दुकान के सामने उनकी बाइक में टक्कर मार दी।

हादसे में मुनेश चंद्र और देवेश गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने मुनेश चंद्र को मृत घोषित कर दिया, जबकि देवेश को गंभीर हालत में आगरा रेफर कर दिया गया। सोमवार सुबह देवेश की भी उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।

घटना के बाद मृतक मुनेश चंद्र के पुत्र संजू ने अज्ञात वाहन स्वामी के खिलाफ जसराना थाने में तहरीर दी है। थाना प्रभारी अंजीश कुमार का कहना है कि सड़क हादसे में फूफा-भतीजे की मौत हुई है और शवों कि पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर वाहन की तलाश की जाएगी।

सड़क हादसों का अंकगणित रोषणी में आना एक गंभीर समस्या है। हर साल हजारों लोग इन हादसों में जान खो देते हैं, और इससे अनगिनत परिवारों को अपने प्यारे को खोना पड़ता है। हादसों के मुख्य कारणों में अवैध ड्राइविंग, ध्यान न देना, और गाड़ी में तकनीकी खराबियाँ शामिल हैं। इन सभी मुद्दों पर कार्रवाई करना आवश्यक है ताकि सड़कों पर सुरक्षा को बढ़ावा मिले।


सड़क हादसों को रोकने के लिए सार्वजनिक जागरूकता, सड़क संरचना में सुधार, वाहनों में तकनीकी सुधार और सख्त कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है। लोगों को सड़क सुरक्षा के महत्व को समझाने और सावधानी बरतने की जरूरत है।

सड़क हादसों के बारे में जागरूकता को बढ़ाने के लिए सरकार, सामाजिक संगठन, और मीडिया का सहयोग आवश्यक है। सुरक्षित ड्राइविंग के महत्व को लोगों तक पहुंचाने के लिए सड़क सुरक्षा अभियान चलाए जाने चाहिए। लोगों को यह सिखाया जाना चाहिए कि वे सड़क पर हमेशा सावधान रहें, सीट बेल्ट पहनें, हेलमेट पहनें, और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करें।

सड़कों की सुरक्षा के लिए सड़क संरचना में सुधार भी आवश्यक है। सड़कों पर संचार को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए उचित सीमाओं, संकेत, और चौकियों की जरूरत होती है। बच्चों और पैदल यात्रियों के लिए सुरक्षित सड़क पार प्रणालियों की व्यवस्था करनी चाहिए। सड़कों पर सुरक्षित रोशनी और सीमा का उपयोग करना भी अहम है।

वाहनों में तकनीकी सुधार भी सड़क हादसों को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। नवीनतम और सुरक्षित तकनीक के उपयोग से वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। वाहनों की समीक्षा, रेगुलर मेंटेनेंस, और सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

सख्त कानूनी कार्रवाई सड़क हादसों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। सड़कों पर अवैध ड्राइविंग, अल्कोहल या नशे में गाड़ी चलाना, और अनुपालन न करने पर धनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। ऐसे कानून का पालन करने से लोग सड़कों पर सुरक्षित रहेंगे और हादसों को कम करने में मदद मिलेगी।